दो थानों की पुलिस करेगी जांच
कर्मचारियों द्वारा भी निदेशक के विरुद्ध कमला नगर और अजाक थाने में शिकायती आवेदन दिए गए। कर्मचारी फिलहाल अपने ऊपर दर्ज प्रकरणों के निपटान में लगे हैं। सूत्र बताते हैं इसके लिए वे अधिकारियों के साथ ही राजनीतिक दबाव का भी उपयोग कर रहे हैं।
एफआईआर में दर्ज व्यक्तियों में संस्थान के प्रोफेसर्स से लेकर तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भी शामिल हैं। यदि इनकी गिरफ्तारी होती है तो मैनिट के किसी विवाद में यह अपनी तरह की पहली बड़ी कार्रवाई होगी।
दो थानों की पुलिस कर सकती है पूछताछ
कमला नगर थाना पुलिस निदेशक की रिपोर्ट पर दर्ज बलवा, मारपीट, तोड़फोड़ और जान से मारने की धमकी की धाराओं में आरोपियों की तलाश करने के साथ ही मैनिट कर्मचारियों द्वारा निदेशक के खिलाफ की गई शिकायत पर भी पूछताछ करेगी। अजाक थाने की पुलिस भी अजा वर्ग के दो कर्मचारियों द्वारा की गई शिकायत की पूछताछ करने मैनिट व गवाहों के घर पहुंच सकती है।
जांच करने के बाद करें गिरफ्तारी
मैनिट के जिन लोगों के विरुद्ध कमला नगर थाने में श्री पांडे ने नामजद एफआईआर दर्ज करवाई थी, उन्हें एसपी के एक पत्र ने राहत दी है। कमला नगर थाना प्रभारी बीएस ठाकुर ने कहा कि एसपी कार्यालय से मैनिट मामले की जांच करने के बाद ही कोई कार्रवाई करने संबंधी एक पत्र उन्हें प्राप्त हुआ है। इसके चलते अब सोमवार को दूसरा पक्ष जानने के बाद ही कोई गिरफ्तारी की जाएगी।
तो होगी तीन साल की सजा
अजाक थाने की ओर से जांचकर्ता एसआई अजरुनसिंह पंवार के अनुसार दो कर्मचारियों द्वारा निदेशक श्री पांडे के विरुद्ध की गई गाली-गलौज व मारपीट की शिकायत यदि सही निकलती है तो श्री पांडे को तीन वर्ष की कैद व जुर्माना हो सकता है। हालांकि यह तब होगा जब पुलिस जांच में श्री पांडे द्वारा इन्हीं दो कर्मचारियों के साथ अभद्रता करना पाया जाएगा। विवाद के वक्त मौके पर दर्जनों कर्मचारी मौजूद थे।
निदेशक को सुरक्षा की दरकार
मैनिट निदेशक श्री पांडे द्वारा पुलिस से मांगी गई व्यक्तिगत सुरक्षा अभी तक प्राप्त नहीं हो सकी है। श्री पांडे ने ‘भास्कर’ को बताया कि विवाद को देखते हुए फिलहाल संस्थान सहित उनके निवास पर पुलिस तैनात की गई है। श्री पांडे ने विवाद के दिन ही मैनिट कर्मचारियों से अपनी जान को खतरा बताते हुए एसपी को पत्र लिखकर अपने लिए सुरक्षा मांगी थी।